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यमुनानगर:-सामाजिक समरसता मंच की ओर से शनिवार को समरसता सप्ताह के तहत रादौर के डीएवी स्कूल में गोष्टी का आयोजन किया गया




डा. आंबेडकर को एक जाति से जोड़ना उनके महान व्यक्तित्व के साथ अन्याय करना है - सुरेंद्र 
डीएवी स्कूल में समरसता सप्ताह के तहत गोष्टी का हुआ आयोजन, 
सामाजिक समरसता मंच के ‌विभाग संयोजक सुरेंद्र सिंह रहे मुख्यवक्ता 

यमुनानगर:-सामाजिक समरसता मंच की ओर से शनिवार को समरसता सप्ताह के तहत रादौर के डीएवी स्कूल में गोष्टी का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल में भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का चित्र स्थापित किया। कार्यक्रम में समरसता मंच के विभाग संयोजक एडवोकेट सुरेन्द्र सिंह मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. आंबेडकर को एक जाति से जोड़कर देखना बाबा साहब के महान व्यक्तित्व के साथ अन्याय करना है। बाबा साहब को समझने के लिए उनके समग्र जीवन को पढ़ना चाहिए। वो एक प्रखर राष्ट्र भक्त व राष्ट्र ऋषि थे। बाल्यकाल में ही जातिगत विषमता व भेदभाव के कारण उन्होंने उपेक्षा, उत्पीड़न, अन्याय सहन किया। लेकिन जब संविधान की रचना की तो उनके मन में किसी के प्रति कोई कटुता नहीं थी। उन्होंने सम्पूर्ण समाज के लिए संविधान की रचना की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक मान सिंह ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर से सभी को समता, समरसता व बंधुता के गुणों की शिक्षा लेनी चाहिए। प्राचार्य रमन शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर जिला सह संयोजक विमल गर्ग लाल सिंह, ज्ञान, धनपत, राम सिंह नम्बरदार आदि मौजूद रहे।

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