यमुनानगर:पंजाब नेशनल बैंक शाखा रणजीतपुर से लिए गए कृषि केडिट कार्ड के लोन की रकम का सैटलमेंट कराने के नाम पर किसानों से ठगी करने के आरोपी को किया गिरफ्तार।
January 11, 2025
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यमुनानगर:पंजाब नेशनल बैंक शाखा रणजीतपुर से लिए गए कृषि केडिट कार्ड के लोन की रकम का सैटलमेंट कराने के नाम पर किसानों से ठगी करने के आरोपी को किया गिरफ्तार।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक राजीव देसवाल के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए रंजीतपुर पुलिस चौकी की पुलिस टीम ने पंजाब नेशनल बैंक शाखा रणजीतपुर से लिए गए कृषि केडिट कार्ड के लोन की रकम का सैटलमेंट कराने के नाम पर दस किसानों से ठगी करने के आरोपी आजादनगर निवासी रोहन नंदा को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर किसानों से दस लाख 79 हजार रुपये ठगे थे। आरोपी बैंक में बतौर रिकवरी एजेंट कार्य करते थे। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।चौकी इंचार्ज राजीव पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव पानीवाला निवासी मलखान, लाल सिंह, सीता देवी, शकीला, असरी, सवाबड़ी निवासी वाजिद हसन, भांगवाली निवासी कर्ण, अलीशेरपुर माजरा निवासी लच्छमी चंद व रामपुर गेंडा सिंग राम व दयालो जिन का खाता पंजाब नेशनल बैंक शाखा रणजीतपुर में है। जबकि उत्तमवाला निवासी बलविंद्र कुमार का खाता सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक रसूलपुर में है जो पंजाब नेशनल बैंक का ही उपक्रम है। इन सभी ने खेती की जमीन पर बैंक से कृषि क्रेडिट कार्ड बनवाया हुआ है। यह लोग बैंक से ली गई कृषि क्रेडिट कार्ड की रकम को समय पर नहीं चुका सके। अप्रैल 2023 आजादनगर निवासी रोहण नंदा, संगीता व राजेश उनके घर पर आए और कहने लगे कि वह बैंक की ओर से सैटलमेंट अधिकारी हैं। बैंक में योजना आई हुई है। जिसके तहत लोन की रकम बिना ब्याज सहित अदा कर सकते हो। लिमिट की क्लीयरेंस कराने की भी आरोपियों ने जिम्मेदारी ली। साथ ही कहा कि बैंक में अधिकारियों के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। यदि लोन का सैटलमेंट नहीं कराया तो बैंक जमीन की कुर्की कर वसूली कर लेगा। वह उनकी बातों में आ गए। आरोपियों ने उन्हें पंजाब नेशनल बैंक में बुलाया। जहां बैंक मैनेजर से उनकी बात कराई। जिसके बाद आरोपियों ने लिमिट का भुगतान कराने के लिए प्रति लिमिट 30 हजार रुपये मांगे। इस तरह से आरोपियों ने उनसे लोन लिमिट का सैटलमेंट कराने के नाम पर पीड़ितों से दस लाख 79 हजार रुपये लिए। बाद में न तो उनके लोन का सैटलमेंट कराया और न ही उन्हें एनओसी दी। जब इस बारे में बात की तो वह धमकी देने लगे। जिसके बाद पीड़ितों ने पुलिस को शिकायत दी थी। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।