यमुनानगर:-भारतीय सेना के जाबांज जवान शहीद निशांत शर्मा सेना ने उन्हें जम्मू के अखनूर सेक्टर मे तैनात किया था। जहां पर पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों का जमकर और बहादुरी से सामना करते हुए 24 जनवरी को वह शहीद हो गए थे
मै जली हुई राख नही,अमरदीप हूँ ,जो मिट गया वतन पर,मै वो शहीद हूँ, यह पंक्तियाँ शहर के प्रतिष्ठित गुरु नानक खालसा कॉलेज मे बीए की पढाई कर चुके और कॉलेज की एनसीसी के होनहार तथा सी प्रमाण पत्र धारक भारतीय सेना के जाबांज जवान शहीद निशांत शर्मा के घर को जाने वाली सड़क पर लिखी हुई हैं। जिन्हें देख और पढकर हर कोई निशांत की शहादत पर न केवल सर सम्मान से झुका देता है बल्कि गर्व का भी एहसास करता है।गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी निशांत शर्मा गुरु नानक खालसा कॉलेज मे 2009 मे बीए की पढाई पूरी करने के बाद भारतीय सेना मे भर्ती हो गए थे। उनके अद्भुत साहस और पराक्रम को देखते हुए सेना ने उन्हें जम्मू के अखनूर सेक्टर मे तैनात किया था। जहां पर पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों का जमकर और बहादुरी से सामना करते हुए 24 जनवरी को वह शहीद हो गए थे.कॉलेज के एन सी सी अधिकारी और प्राचार्य डॉ मेजर हरिन्दर सिंह कंग ने बताया कि निशांत बहुत ही बहादुर और अनुशासित कैडेट था तथा सेना मे भी जाकर अपनी बहादुरी की छाप छोड़ी थी। यही कारण है कि कॉलेज परिवार ने सम्मान स्वरूप शहीद निशांत के घर जाकर परिजनों को एक लाख रुपये बातौर श्रद्धांजलि समर्पित किया है जो कि कॉलेज परिवार के लिए सौभाग्य का विषय है।कॉलेज प्रबंध समिति के संरक्षक सरदार भूपेन्दर सिंह जौहर और अध्यक्ष सरदार रणदीप सिंह जौहर ने निशांत और परिवार जनों को भरोसा दिलाया है कि कॉलेज परिवार हर समय उनके साथ खडा है। इस अवसर पर डॉ संजय अरोडा,डॉ अमरजीत सिंह,डॉ रामेश्वर दास,जोशप्रीत सिंह,भाऊक नारंग और सहारनपुर के ताइक्वांडो प्रशिक्षक दीपक गुप्ता भी उपस्थित थे।