यमुनानगर:कचरा प्लांट में तैयार की जा रही जैविक खाद की मेयर ने की जांच, देखा रिकार्ड
यमुनानगर:नगर निगम महापौर मदन चौहान, उप निगम आयुक्त अशोक कुमार, कार्यकारी अधिकारी अरूण कुमार व अन्य अधिकारियों ने वीरवार को कैल कचरा निस्तारण प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने प्लांट में बीवीजी कंपनी द्वारा बायोरेमेडिएशन तकनीक से बनाए जा रहे जैविक खाद की जांच की। साथ ही उन्होंने कंपनी अधिकारियों को जल्द से जल्द कूड़ा निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस दौरान महापौर व निगम अधिकारियों ने प्लांट से किसानों को भेजे जा रहे खाद के रिकार्ड की जांच की। बता दें कि कैल प्लांट में कचरा निस्तारण का काम पुणे की बीवीजी (भारत विकास ग्रुप) कंपनी को अलॉट है। जिसे निगम प्रति टन कचरे पर 735 रुपये के हिसाब से अदायगी करेगा। लगभग दस करोड़ रुपये की लागत से कैल कचरा प्लांट में डंप हो रहे लगभग सवा लाख टन कचरे का निस्तारण किया जाएगा। बीती 18 जनवरी को मेयर मदन चौहान व सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीन शर्मा ने नारियल फोड़ व रिबन काट कर प्लांट में कचरा निस्तारण का काम शुरू कराया था। तब से कंपनी बायोरेमेडिएशन तकनीक से कचरे का निस्तारण कर रही है। इसके लिए कंपनी कचरे पर बायो कल्चर स्प्रे कर गला रही है। इसके बाद दो अलग अलग मशीनों (ट्रॉमेल) से कचरे की छंटाई कर ईंट पत्थर, पॉलिथीन, कपड़े, प्लास्टिक कचरा व अन्य जटिल पदार्थों को अलग किया जा रहा है। वहीं जैविक खाद तैयार की जा रही है। निरीक्षण के दौरान महापौर मदन चौहान ने दोनों मशीनों पर जाकर वहां तैयार की जा रही जैविक खाद की जांच की। इसके अलावा अलग किए गए पॉलिथीन कचरे के निस्तारण के लिए अलग से मशीनें लगाने के निर्देश दिए। मौके पर एमई सुनित कुमार, सेनेटरी इंस्पेक्टर गोविंद शर्मा, कंपनी के मैनेजर गोपाल आदि मौजूद रहे।