यमुनानगर:-संतपुरा स्थित संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन में एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें काॅलेज की समय सारणी समिति द्वारा बीएड द्वितीय वर्ष की छात्राओं को समय सारणी निर्माण हेतू विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला संयोजिका डॉ पूनम और रेनू पंजेटा ने बताया कि समय सारणी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के मध्य सेतु बंध का कार्य करती है। इस अवसर पर कॉमर्स की छात्राओं ने ग्यारहवीं व बाहरवीं कक्षा की समय सारणी बनाई तथा अन्य छात्राओं ने छठी से लेकर दसवीं कक्षा तक की समय सारणी बनाकर अपना कौशल दिखलाया।प्रोफेसर रेणु पंजेटा ने बताया कि कार्यशाला में सभी छात्राओं ने समय सारणी बनाकर अपनी अपनी भागीदारी दी। उन्होंने कहा कि उचित समय सारणी व उसकी अनुपालना से शिक्षक कक्षा में अनुशासन बना कर उचित समय पर पाठ्यक्रम को समाप्त करता है। समय सारणी का निर्माण करते समय अध्यापक संख्या, विभिन्न विषय, विभागीय मानदंड इत्यादि को ध्यान में रखना अनिवार्य है। कॉलेज प्राचार्या डॉ अंजू वालिया ने कहा कि एक अच्छी समय सारणी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सफल बनाती है। इस प्रकार की कार्यशाला को आयोजित कराने का उद्देश्य भावी शिक्षकों को निकट भविष्य में शिक्षण के दौरान प्रयोग किए जाने वाले कार्यों को सिखाना है। उन्होंने छात्राओं द्वारा बनाई गई समय सारणी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे मनोरंजन, अध्ययन और अन्य गतिविधियों के साथ परीक्षा में अच्छे अंक लाना एक कठिन कार्य है, परंतु सही समय सारणी का निर्माण एवं अनुसरण करके उपरोक्त सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की जा सकती है। भविष्य में भी हम इसी तरह की कार्यशालाएं आयोजित करते रहेंगे। जिससे भावी शिक्षकों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।