यमुनानगर,शनिवार,31 जुलाई गुरु नानक खालसा शिक्षण संस्थानों के संरक्षक सरदार भूपेन्द्र सिंह जौहर का आज एक संक्षिप्त बीमारी के बाद मेंदाता अस्पताल गुरुग्राम मे निधन हो गया ।
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सरदार भूपेंद्र सिंह जोहर |
उनका पार्थिव शरीर आज शाम 6 बजे तक यमुनानगर के इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित जमना ऑटो इंडस्ट्रीज मे पहुंचेगा। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संभवतः स्वर्गीय भूपेन्द्र सिंह जौहर का अंतिम संस्कार कल होगा।जौहर का जन्म 13 फ़रवरी 1933 मे हरियाणा के हिसार जिला के मंगली नामक स्थान पर हुआ था।पिता का नाम सरदार शमशेर सिंह जौहर तथा माँ का नाम देवकी सरदारनी देवकी कौर था।जौहर साहब अपने पीछे पत्नी सरदारनी खेम कौर जौहर,सुपुत्रियां किरण कौर,गुरुप्रीत कौर,रणदीप सिंह जौहर और प्रदीप सिंह जौहर को छोड़ गए हैं विश्व स्तरीय जमना ऑटो इंडस्ट्रीज के संस्थापक सरदार भूपेन्द्र सिंह जौहर ने इसकी शुरुआत बहुत ही छोटे स्केल पर की थी ।मगर जौहर साहब के कठिन परिश्रम और दूरदर्शिता से जमना ऑटो इंडस्ट्रीज ने विश्व मे अपना महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया । कंपनी की बनी कमानी विश्व स्तरीयी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है ।यमुनानगर का कमानी चौक का नामकरण भी जमना ऑटो इंडस्ट्रीज के उत्कृष्ट उत्पाद कमानी के कारण ही रखा गया था ।इसी तरह से 1968 मे स्थापित गुरु नानक खालसा कॉलेज यमुनानगर जब 1973 मे संकट के दौर से गुजर रहा था ।उस समय सरदार भूपेन्द्र सिंह जौहर ने इसकी कमान संभाल कर न केवल काॅलेज को बुलंदियों तक पहुँचाया बल्कि तीन और संस्थानों की स्थापना कर समाज और राष्ट्र की तकनीकी और प्रबंधकीय शिक्षा की जरूरतों को भी पूरा किया इसके अलावा जौहर समाज की अनेक शैक्षणिक,सामाजिक, सांस्कृतिक व अन्य संस्थाओं से भी जुडे हुए थे ।सरदार भूपेन्द्र सिंह जौहर के निधन से संपूर्ण समाज मे शोक की लहर दौड़ गई है ।विभिन्न संगठनों ने शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है ।