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हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 54वीं बैठक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई

यमुनानगर, 19 जनवरी-हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 54वीं बैठक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई.
जिसमें विडियों कांफ्रैसिंग के माध्यम से हरियाणा राज्य के सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग व राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के आला अधिकारी जुड़े हुए थे। इस बैठक में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पंचायत एवं विकास मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली व हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल भी विडियो कांफ्रैंस से जुड़े हुए थे। जिला यमुनानगर से हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में उपायुक्त राहुल हुड्डा , जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया, सिचांई एवं जल संसाधन विभाग के अधीक्षक अभियंता रवि शंकर मित्तल, कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार, नीतिन भट्ट व विनोद कुमार सहित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी विडियों कांफ्रैंस से इस बैठक से जुड़े हुए थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन मनोहर लाल ने बैठक में पूरे प्रदेश में बाढ़ नियंत्रण, जल भराव को रोकने व बाढ़ एवं बरसात के पानी की निकासी की विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की और योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने व बजट की स्वीकृति दी। उन्होंने यमुनानगर में लगभग 50 करोड़ रूपये की राशि से बाढ़ बचाओ एंव जल भराव को रोकने व पानी की निकासी की योजनाओं को भी मंजूरी दी। उन्होंने 10.07 करोड़ रुपये की राशि से जिला के गांव लंढौरा, कोतरखाना, नगला जागिर व भंमनोली में उचित कदम उठाते हुए पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध करने की योजनाओं को मंजूरी दी। इसके साथ ही उन्होंने गांव की आबादी क्षेत्र की 17 योजनाओं को भी मंजूरी दी, जहां पर 7.45 करोड़ रुपये की राशि से तटबंध एवं पत्थरो के बांध लगाए जाएगें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 17 करोड़ रूपये की राशि से हथनीकुंड बैराज की सुरक्षा के लिए स्ट्रक्चर बनाने की योजना को भी मंजूरी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने यमुना, सोम एवं पथराला नदियों पर 17.45 करोड़ रुपये की राशि से पत्थरो के बांध एवं स्टेनिंग वाल बनाने के कार्यो को भी मंजूरी दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यमुना नदी के साथ-साथ स्थायी रूप से बांध बनाने की योजना को शुरू करने के लिए सर्वे करे ताकि बाढ से हमेशा के लिए लोगों को निजात मिल सके।

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