हरियाणा:-श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुमारी शैलजा एक बार अपने गिरेबान में झांक कर देखें कि उन्होंने अपनी सत्ता के 50 सालों में किसानों के लिए क्या किया है यह शब्द कहें केन्द्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री रत्नलाल कटारिया ने
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मंत्री रत्नलाल कटारिया ने इन कांग्रेसी नेताओं को याद दिलाया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने वर्ष 1999 से वर्ष 2004 के शासनकाल में किसानों की आत्महत्याओं को रोकने के लिए किसानों के हितों में बहुत से कदम उठाए थे ,उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार ने 2007 में राष्ट्रीय कृषि नीति बनाई थी जिसके अनुसार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को मांगते हुए किसानों की उनकी फसलों का अधिक मूल्य दिया जाना था परंतु यूपीए सरकार यह कदम उठाने का हिम्मत नहीं कर सकी और मोदी सरकार ने 2018- 19 में यह कदम उठाकर किसानों की आमदनी को दोगुना करने का कदम उठाया हमने वर्ष 2014 से 12 वीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत किसानों की भलाई के लिए 11 योजनाएं शुरू की और 4% कृषि विकास दर का लक्ष्य रखा , मंत्री कटारिया ने कहा कि कृषि आर्थिक रिसर्च के आधार पर ही कृषि क्षेत्र में बिचौलियों द्वारा फैलाए गए भ्रष्टाचार और किसानों के शोषण को मद्देनजर रखकर ही हम तीन कृषि विधेयक लाए है,केन्द्रीय राज्य मंत्री रत्नलाल कटारिया ने स्वामित्व योजना के अन्तर्गत सम्पत्ति का मालिकाना हक प्राप्त करने वाले लोगों की अब बहुत सी मुश्किलों का समाधान होगा। इससे देश के लाखों लोग सशक्त होगें और ग्रामीण भारत में भू सम्पत्ति को वित्तीय सम्पत्ति के तौर पर इस्तेमाल करने का रास्ता साफ होगा। इस योजना के अन्तर्गत आज देश के लगभग एक लाख भू सम्पत्ति मालिकों को लाभ मिला हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना से भू सम्पत्ति मालिक अपनी सम्पत्ति पर लोन इत्यादि लेना आसान हो जाएगा। उन्होनें कहा कि स्वामित्व योजना केन्द्र सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक योजना है