हरियाणा:-पांचवी इंडिया वाटर इंपैक्ट समिति का उद्घाटन केंद्रीय कैबिनेट जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जलशक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने किया
December 11, 2020
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हरियाणा:-पांचवी इंडिया वाटर इंपैक्ट समिति का उद्घाटन केंद्रीय कैबिनेट जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जलशक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने किया,
5 वें इंडिया वाटर इंपैक्ट का मुख्य उद्देश्य नदी संरक्षण अथवा समन्वित विकास पर फोकस करते हुए स्थानीय नदियों जल निकायों के समग्र प्रबंधन पर व्यापक विश्लेषण करना था ,इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि गंगा नदी इस देश की संस्कृत सांस्कृतिक विरासत में एक विशेष स्थान रखती है, हालांकि गंगा नदी भारत में लगभग 2500 किलोमीटर तक बहती है, लेकिन यह पवित्र गंगा नदी इस देश के कोने कोने में बसे लोगों द्वारा पूजनीय है, उन्होंने गंगा नदी में अविरल और निर्मल धारा सुनिश्चित किए जाने की बात कही,मंत्री कटारिया ने कहा कि पहले की सरकार और मोदी सरकार द्वारा गंगा सफाई के बजट आबंटन में बहुत बड़ा अंतर है,मंत्री कटारिया ने बताया कि 1985 से वर्ष 2000 की अवधि के लिए मात्र 4000 करोड़ की राशि का ही आबंटन किया गया था ,जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में देश का प्रधानमंत्री बने हैं तब से मोदी सरकार ने इस अभियान में लगभग 20000 करोड रुपये आवंटित कर चुके हैं, मंत्री कटारिया ने कहा कि शिखर सम्मेलन को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप हम राष्ट्रीय नदी गंगा के संरक्षण के अलावा इसे अर्थव्यवस्था के साथ भी जोड़ रहे हैं ,हम अर्थ गंगा परियोजना को बढ़ावा देने और इस प्रकार के विषय पर भी तेजी से कार्य कर रहे हैं ,उन्होंने कहा कि हमारी भाजपा सरकार देश के सभी लोगों को पर्याप्त गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी ग्रामीण घरों में नल वाला साफ पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन की शुरुआत की है ,यह एक विशाल कार्य है लेकिन हम इसे तय समय में पूरा कर लेंगे ,राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि ज्ञान गंगा पहल के साथ हम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ चल रहे हैं ताकि बेहतर ज्ञान और अनुभव हासिल कर सके ,पर्यटन ,ऊर्जा व बाढ़ प्रबंधन में इससे सहायता मिलेगी,आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर विनोद तारे ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है ,प्रवित्र गंगा नदी के संरक्षण से रोजगार को गति प्राप्त होती है जिसका जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है उन्होंने कहा कि गंगा देश के सभी नदियों और जल निगम का प्रतिनिधित्व करती है ,
एनएमसीजी के तत्वधान में गठित किया गया सेंटर फॉर गंगा रिवर बेसिन बेसिन मैनेजमेंट एंड स्टडीज थिंकिंग टैंक की तरह कार्य करता है जिसका उद्देश्य भारत को नदी एवं जल विज्ञान के क्षेत्र में विकास में अग्रणी बनाना है इस संस्थान का मुख्यालय आईआईटी कानपुर में है और इसमें देश और प्रदेश के प्रमुख वैज्ञानिक व प्रौद्योगिकी संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हैं
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