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यमुनानगर:हरियाणा शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल ने बताया कि प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए विशेष पौधारोपण हेतु 1126 गांवों का चयन किया गया है।

यमुनानगर:हरियाणा शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल ने बताया कि प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए विशेष पौधारोपण हेतु 1126 गांवों का चयन किया गया है।


इन गांवों में पौधारोपण करने के साथ-साथ लगाए गए पौधों की उचित देखभाल के लिए गांव के एक युवा को वृक्ष मित्र लगाया गया है।कंवर पाल आज अपने आवास पर भाजपा पदाधिकारियों से वन विभाग की योजनाओं पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में एक करोड़ 27 लाख पौधो लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वर्षा ऋतु के दौरान लगभग एक करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं और शेष लक्ष्य वित्त वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश का चहुमुखी विकास करने के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा और प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए भी प्रभावी योजनाएं लागू की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष के दौरान पराली प्रबंधन के लिए 216.21 लाख रूपये की राशि का प्रावधान किया गया था ताकि पराली जलाने के मामलों में कमी लाने के लिए पराली प्रबंधन के आधुनिक यंत्र उपलब्ध करवाए जा सकें। सरकार के इन प्रयासों से पराली जलाने के मामलों में 60 से 70 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। इस समस्या से निपटने के लिए किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ फलस अवशेष प्रबंधन के उपकरणों पर किसानों को 50 प्रतिशत और कस्टम हायरिंग सैंटर्स को 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। वन मंत्री कंवर पाल ने बताया कि पराली न जलाने व पराली के उचित प्रबंधन के लिए पराली की गांठ बनाने पर एक हजार रूपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है। रैड जॉन क्षेत्र में स्थित गांव में पराली न जलाने पर पंचायत को 10 लाख रूपये तक का नकद पुरस्कार दिया जाता है। यही नहीं पराली का उपयोग बिजली बनाने के लिए करने हेतु कुरूक्षेत्र, कैथल, फतेहबाद और जींद में 49.08 मैगावाट क्षमता की बायोमास परियोजनाएं स्वीकृत की गई है जिनमें से कुरूक्षेत्र व कैथल की परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है। स्कूली विद्यार्थियों को भी पौधागिरी योजना के तहत पौधारोपण और लगाए गए पौधों की देखभाल के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष में इस योजना के तहत 8.88 लाख पौधे लगाए गए हैं। जल शक्ति अभियान के तहत भी इस वित्त वर्ष में 67.91 लाख क्लोनल सफेदा के पौधे लगाए गए हैं। यमुनानगर जिला के सढ़ौरा में 7.05 एकड़ भूमि पर नगर वन विकसित किया गया है और मुकारमपुर तथा ताजकपुर में 12.05 एकड़ भूमि पर भी नगरगीय वन विकसित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को हरा-भरा बनाने और स्वच्छता कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाने में प्रदेश के हर व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। उन्होंने पदाधिकारियों को भी ऐसे कार्यों में आमजन को प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया है।


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