यमुनानगर:संतपुरा स्थित संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन में पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें कॉलेज स्टाफ सदस्यों और छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजिका डॉ सुदेश पंजेटा एवं शीतल पुंडीर ने पृथ्वी दिवस के मनाए जाने के उद्देश्य पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पृथ्वी दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य शुद्ध हवा, पानी और पर्यावरण के लिए लोगों को जागरूक एवं प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी दिवस के प्रति जागरूकता फैलाना, यह किसी एक व्यक्ति, संस्था या समाज की चिंता तक सीमित विषय नहीं होना चाहिए। हम सभी को इस यज्ञ में कुछ ना कुछ आहुति देनी होगी। उन्होंने कहा कि पृथ्वी व पर्यावरण को बचाने के लिए हमें पॉलीथिन के उपयोग को नकारना होगा, कागज का इस्तेमाल कम करना होगा, अधिक से अधिक पौधारोपण करना होगा और रिसाइकल प्रक्रिया को बढ़ावा देना होगा, क्योंकि जितनी ज्यादा खराब सामग्री रिसाइकल होगी, उतना ही पृथ्वी का कचरा कम होगा। कॉलेज प्राचार्या डॉ अंजू वालिया ने प्रतिभागियों द्वारा किए गए प्रयास की सराहना की और सबसे यह आग्रह किया कि हम सबको पृथ्वी को प्रदूषण से बचाना है, अधिक से अधिक पौधारोपण करके पृथ्वी को साफ सुथरा बनाना है। पृथ्वी और वातावरण की शुद्धता सभी के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष हम लोग विश्व पृथ्वी दिवस, विश्व जल दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस जैसे अनेकों दिवस मना रहे हैं। लेकिन पृथ्वी की समस्याओं की समाप्ति के बजाय अम्बार लगता जा रहा है। ऐसे में अब बातचीत की जगह ठोस कदम उठाने का वक्त आ गया है। अन्यथा लोग ही नहीं बचेंगे तो पृथ्वी दिवस कौन मनायेगा?