यमुनानगर:जिला यमुनानगर वन विभाग द्वारा की जा रही है बड़े स्तर पर प्लांटेशन।
![]() |
| फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर सुशील शर्मा |
ग्राम खिजरी में वन विभाग की जमीन पर, शहजादवाला में कँवरबाग औषधीय फल उद्यान, डाहरपुर, इब्राहिमपुर में वन विभाग की जमीन व नर्सरी में पीपल, अर्जुन, जामुन, आम ,आड़ू, निम्बू, सहित विभिन्न तरह की औषधियों व फलों के पौधों को ग्रीन हाउस व नर्सरी में किया जा रहा तैयार ताकि इन पौधों के बड़े हो जाने पर इन्हें उपयुक्त जगह पर लगाया जा सके।वन विभाग रेंज ऑफिसर सुशील शर्मा ने बताया ग्राम खिजरी में 10 हेक्टेयर भूमि पर 5 हजार पोधो की प्लांटेशन की गई है जिनमे आम, जामुन, हरड़, अर्जुन, आंवला के पौधे है।इस जमीन पर पानी के लिये तीन बार बोरिंग करने के बाद भी पानी नही मिला जिस कारण पानी के टेंकरो से पोधो को सींचा जाता है । इससे वन विभाग तकरीबन 85 प्रतिशत पौधे बचाने में कामयाब रहा है उन्होंने कहा यहाँ रेतीली जमीन के कारण कई पौधे मुरझा गए लेकिन फिर भी प्लांटेशन का सक्सेस रेट 85% है। जिसके लिए वन विभाग ने मेहनत की व आगे भी बेहतर परिणामो के लिए बड़ी संख्या में प्लांटेशन की जा रही है।शहजाद वाला कँवरबाग उद्यान में 4200 पौधे फल व औषधियो के लगाए गए है ।वही ग्राम इब्राहिमपुर में 8,750 ,ग्राम डाहरपुर में 12, 500 पौधे लगाए गए है इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल व सरकारी भवनों में भी फलो व ओषधियों की प्लांटेशन की गई है। ये सभी तकरीबन 3 से 5 साल में तैयार हो जायेगे जिससे न सिर्फ वातावरण में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ेगा बल्कि यही पेड़ ओषधिया व फल भी देंगे। उन्होंने कहा हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री चौधरी कंवरपाल द्वारा समय समय जनता को पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाता रहा है व विभाग को भी निर्देश है कि बड़े स्तर पर प्लांटेशन की जाए क्योंकि जिस गति से पेड़ कट रहे है उस गति से पेड़ पौधे लगाने को भी ततपर रहना चाहिए। वर्ष 21-22 वन विभाग का लक्ष्य 1500 हेक्टेयर भूमि पर 17 लाख पौधारोपण का है
यह पौधारोपण फार्मर फील्ड पर एग्रो फारेस्ट स्किम के तहत किया जाएगा।उन्होंने कहा 5 लाख पौधे ग्राम पंचायतो में लगाए जाएंगे।इस समय वन विभाग की 14 नर्सरी में तकरीबन 15 लाख पौधे तैयार किये जा रहे है। बड़ी बात:/ आये दिन खेर की लकड़ी के अवैध कटान पर लगाम लगाना हो वन्य प्राणियों का संरक्षण हो या फिर वन अधिकार क्षेत्र में अवैध माइनिंग इन सब पर भी वन विभाग लगाम लगाता है इसके साथ इतने बड़े स्तर पर प्लांटेशन करना वाकई प्रशसनीय कार्य है ।बड़ी बात है इस पूरे वन्य क्षेत्र में 100 फारेस्ट गार्ड होने चाहिए लेकिन है 50 प्रतिशत से भी कम। फारेस्ट मिनिस्टर हरियाणा ने कहा जल्द इसके किये जंगल मित्र के रूप में 1 साल के किये भर्ती की जाएगी। ताकि जंगलों को संरक्षण का कार्य सुचारू हो। वन विभाग जंगल की दशा व पेड़ो की प्रयाप्तता के लिए अनेको कार्य कर रहा है जिनके परिणाम हमे आने वाले दो सालों में मिलने शुरू हो जायेगे। भारत वन्य संरक्षण अधिनियम, जो 100 से ऊपर जानवरों ही नहीं वनस्पतियों की सुरक्षा की बात भी करता है.इसमें दुलर्भ पौधों और पेडों पर खेती और रोपण तक पर रोक है.हरियाणा के वन एवं पर्यटन मंत्री चौधरी कँवरपाल द्वारा बाग लगाने की मुहिम शुरू की गई व इसके अंतर्गत श्यामलात पंचायती जमीन पर बाग लगाने का कार्य शुरू हुआ जिसके बाद कई गांवों के सरपंचों ने सम्पर्क किया कि उनकी जमीन पर भी बाग लगाए जाएं। इसके ढेरो फायदे है जहाँ पहले पंचायती जमीन पर सफेदे की खेती होती थी जो 7 साल में कट जाया करता था वही फलों के ओषधोयो के पौधे लगाने से न सिर्फ पंचायती जमीन पर हरियाली होगी बल्कि पेड़ो से फल व औषधीया भी मिलेगी । इससे ग्राम पंचायत की आय का स्रोत भी बनेगा







